रविवार, 15 अगस्त 2010

स्वतंत्रता दिवस, वृद्धाश्रम में पुस्तक विमोचन कर मनाया

देश की स्वतंत्रता के लिए महात्मा गांधी ने जो संग्राम किया उसके मूल सिद्धांत आज भी ज्यों के त्यों हमारे लिए लाभकारी हैं । स्वतन्त्रता संग्राम सत्य अहिंसा और प्रेम के आधार पर लड़ा गया । ये तत्व जीवन में उतारना वृद्धजनो के लिए तो और भी अनिवार्य हैं । वृद्धावस्था को उत्साह पूर्ण बनाए रखने में एक दुसरे की सहायता करना और प्रसन्न होना आवश्यक है । उक्त बातें रोटरी सेन्ट्रल द्वारा स्वतन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या पर स्थानीय विरयाखेड़ी स्थित वृद्धाश्रम में वरिस्थ साहित्यकार श्री सत्यनारायण जी भटनागर ने कही । कार्यक्रम की अध्यक्षता क्लब अध्यक्ष विनोद मूणत ने की।वृद्धाश्रम के निवासियों के हाथों श्री भटनागर जी के लेखों का प्रकाशित संकलन " संकट की घडी में मुस्कुराने का आनद लीजिये का विमोचन कराया गया।अन्तः वासी भीम सिंह ने भजन प्रस्तुत किया । स्वतंत्रता संग्राम के संस्मरण इस अवसर पर याद किये गए ।क्लब अध्यक्ष एवं सचीव ने वृद्धाश्रम में भोजन के अतिरिक्त मिठाई का वितरण किया । कार्यक्रम में क्लब के अशोक गाँधी , अशोक गंगवाल , श्याम जी विन्चुरकर , राजेश जैन आदि उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन प्रोजेक्ट चेयरमेन राजेश घोटीकर ने किया जबकि आभार प्रदर्शन क्लब सचिव पंकज बिलाला ने व्यक्त किया ।